झिंझनीयाली तहसील के नींबली गांव की सरहद पर स्थापित 800 साल पुराने नागणेचियां माताजी के कांकरिया कोठा मंदिर में नींबली, कोहरा, लखा, भाडली, झिंझनीयाली, मंडालिया, झणकली के खोखर परिवार के सौजन्य से आयोजित ओरण संरक्षण यज्ञ और भक्ति संध्या के दौरान हजारों देवी उपासक महिला-पुरुषों ने उपस्थित होकर सत्संग व यज्ञ का लाभ लिया।

श्री नागाणाराय सेवा समिति कांकरिया कोठा के अध्यक्ष शैतानसिंह खोखर झिंझनीयाली ने बताया कि राजस्व अभिलेख अनुसार 27000 बीघा ओरण वाले अति प्राचीन नागणेच्या माता जी मन्दिर में ओरण संरक्षण हेतु स्वामी पवनगिरी व यज्ञाचार्य पीयूष श्रीमाली द्वारा यज्ञ के बाद रात्रि में भक्ति संध्या का भव्य आयोजन किया गया
कांकरिया कोठा नागणेचियां मंदिर मे पधारे संत महात्मा और राजनेता
जिसमें तारातरा मठाधीश और पोकरण विधायक प्रतापपुरी जी, ख्याला मठाधीश गोरखनाथ जी, भाडखा मठाधीश दौलतनाथ जी, कपूरिया मठाधीश वीरमपुरी जी, रामसर गुरुद्वारा महंत दयालसिंह जी, गिराब मठ के डूंगरगिरी जी, मोढा मठ के प्रेमगिरी जी सहित संत महात्माओं ने शिरकत की।
समारोह को जिला प्रमुख प्रताप सिंह सोलंकी, प्रधान जनक सिंह भाटी, पूर्व विधायक रूपाराम धनदे ,कैप्टन हीर सिंह भाटी, रणवीर सिंह दूधोड़ा ने संबोधित किया।
उल्लेखनीय है कि मां नागणेचियां के इस मंदिर में हिंदुओं के साथ साथ मुसलमान भी पूजते हैं। महंत प्रतापपुरी जी विधायक पोकरण एवं मंचासीन मेहमानों द्वारा डिंगल कवि दीपसिंह रणधा कृत नागणेच्या माता जी की छंद स्तुति पोस्टर का विमोचन किया गया।
रात्रि जागरण के दौरान गुलाबदान नींबला, किशोरसिंह, पवनगिरी, मोटूराम, श्रवणराम, मेघसिंह खूहड़ी, राजूसिंह सिहड़ार की भजन मंडलियों ने रात भर वीणा भजनों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी। लगभग 26 घंटे चले इस समारोह का संचालन डिंगल कवि दीपसिंह रणधा डिंगल रसावल और कुंपसिंह खोखर कोहरा ने किया। और जाने मंदिर के बारे मे