GBS के केस पुणे के बाद अब रोज जोधपुर में 3-5 केस

GBS वायरस के केस महाराष्ट्र के पुणे के बाद में अब राजस्थान के जोधपुर में बढ़ रहे हैं GBS वायरस के केस।

GBS

हाल ही दिनों में जोधपुर में GBS वायरस के प्रतिदिन 3 से 5 के सामने आ रहे हैं। लगातार बढ़ते केस के कारण चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड पर हैं ।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा कि झनझनाहट, हाथ की पकड़ में कमजोरी GBS (गिलियन-बैरे सिंड्रोम) का संकेत हो सकता है।

GBS क्या है?

GBS का पूरा नाम गिलियन बैरे सिंड्रोम है यह गंभीर बीमारी है जो वक्त के साथ तेजी से बढ़ती जाती हैं और कुछ ही दिनों में मरीज बिस्तर पकड़ लेता है। GBS के कारण नसों में नुकसान होने से दर्द और चेहरे में बहुत कमजोरी आती है।
इसके बाद बैक्टीरिया या वायरस इनफेक्शन ( जैसे कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी बैक्टीरिया के कारण होने वाला दस्त या डेंगू या चिकनगुनिया जैसे वायरल संक्रमण) जो नसों पर इफेक्ट करता है।

GBS से पीड़ित मरिज में इम्यून सिस्टम गलती से ब्रेन और रीड की हड्डियों के बाहर स्वस्थ नसों पर अटैक करता है। जिसके कारण कमजोरी और कभी-कभी पैरालिसिस के साथ मृत्यु भी हो सकती हैं।
कैंपिलोबेक्टर एक बैक्टीरिया आंत संक्रमण जो प्रदूषित भोजन और पानी के माध्यम से फैलता है वर्तमान में इस प्रकोप से जुड़ा है। GBS के लक्षणों मे शुरुआत से पहले मितली, उल्टी और दस्त जैसी समस्याए शामिल होती हैं।

विशेषज्ञ ने कहा कि GBS के कारण कमजोरी बढ़ाते हैं तो सबसे पहले ऊपरी अंगों को प्रभावित करती हैं और सांस लेने मदद करने वाली मांसपेशियों को प्रभावित कर सकती हैं। या यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि अधिकांश संक्रमण GBS का कारण नहीं बनते हैं। आगे उन्होंने कहा सफाई पानी और हवा की गुणवत्ता में सुधार साथ ही कम्युनिकेशन में कम करने के सामान्य उपाय इस जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।

कब ले चिकित्सा सहायता?

बीमारी अक्षर अचानक शुरू होती है और चार सप्ताह में बढ़ सकती हैं। जबकि GBS का शीघ्र उपचार महत्वपूर्ण है देरी होने के कारण परिणाम बदतर हो सकते हैं GBS के लक्षण अन्य बीमारियों से संबंधित होते हैं और हमेशा GBS नहीं हो सकते हैं।
आगे विशेषज्ञ ने बताया कि रोगियों में रक्तचाप हृदय गति तापमान पसीना आत मूत्र संबंधी गड़बड़ी जो कभी-कभी जीवन के लिए खतरा बन सकती है‌

अगर किसी को बोलने निगलने या सांस लेने में कोई परेशानी हो तो GBS का संकेत हो सकते हैं।इसलिए तत्काल चिकित्सा मदद लेनी चाहिए हालांकि GBS की सटीक कारण निर्धारित करने के लिए गहन मूल्यांकन की आवश्यकता होती है ।आधुनिक चिकित्सा उपचार के साथ ज्यादातर मामलों में पूर्ण रूप से रिकवरी संभव है।

GBS को कैसे रोके?

GBS को सामान्य सावधानियां बरत कर कुछ हद तक रोका जा सकता है जैसे कि उबला हुआ पानी फल और सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह धोना मांस और मुर्गी को अच्छे से पका कर खाना । खासकर कच्चा या अधपका खाना सलाद कबाब या समुद्री भोजन से परहेज करना।
इसके साथ सामान्य स्वच्छता उपाय को अपनाते जैसे साबुन से बार-बार हाथ होना खासकर खाने से पहले और शौचालय के उपयोग के बाद अच्छे से हाथ धोने का सुझाव दिया गया है।
और अधिक जानकारी के लिए WHO की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं।

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