परमवीर सिंह करनोत बने लेफ्टिनेंट: सफलता संघर्ष की

 परमवीर सिंह करनोत ने ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) चेन्नई में कड़ी ट्रैनिंग  के बाद कसम परेड में भाग लिया और भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया

परमवीर सिंह करनोत

 परमवीर सिंह करनोत देचू उपखण्ड के चांदसमा निवासी है , उनके परिवार के साथ साथ पूरे क्षेत्र मे खुशी की लहर है | 

परमवीर सिंह  का सेना में जाना कोई संयोग नहीं, बल्कि उनका रक्त और विरासत दोनों ही इस परंपरा से जुड़े हैं, परमवीर के परदादा स्व. हेमसिंह भारतीय सेना में अपनी सेवाएँ दे चुके है। दादा भवानीसिंह भारतीय नौसेना में कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हुए। पिता किशनसिंह भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त होकर वर्तमान में मर्चेंट नेवी में इलेक्ट्रिकल ऑफिसर के रूप में कार्यरत हैं।

अब, परमवीर चौथी पीढ़ी के रूप में इस सेवा को आगे बढ़ा रहे हैं, यह एक असाधारण गौरव की बात है।

परमवीर सिंह का करियर 

होनहार परमवीर 12वीं के बाद, उन्होंने  CLAT परीक्षा दी और ऑल इंडिया 155वीं रैंक हासिल कर ली। जब NLU में सीट मिली|
इस सफर के  प्रयासों के बीच परमवीर ने LIC डेवलपमेंट ऑफिसर की परीक्षा दी, पास हुए और भीनमाल में जॉइन भी किया। कुछ महीने काम किया, लेकिन उनके  दिल  मे सेना मे जाने का जुनून था खुद को वर्दी मे देखना |

 

प्रयासों, कड़ी मेहनत और अटूट इच्छाशक्ति ने आखिरकार रंग दिखाया। उन्होंने CDS परीक्षा को  क्लियर  किया |सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है कि हार नहीं मानने वाले ही इतिहास रचते हैं।

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